अपना सपना

आशीष सॊनी द्वारा लिखित....अपना सपना

आपको ऐसी वरदान प्रापत हो..
दोस्त आपकॆ पडॊस में ही हो||
हज़ारॊं कद्रदानों में आप श्रेष्ट हो ..
बॆपनाह मोहब्बत उनकी आन्खॊं में भी हो||
ज़मानॆ भर की दुवा आपकॆ साथ हो..
आपको ऐसी वरदान ही प्रापत हो||

© Deepa
Apr 13, 2007
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2 comments:

Ali S. said...

thnx for the contribution

Deepa said...

You are welcome :)